आटिज्म बच्चों के दिमाग को सक्रिय बनाता है ऑक्सीटोसिन

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21 मई 2012इंडो एशियन न्‍यूज सर्विस वॉशिंगटन। एक अध्ययन से वैज्ञानिकों को पता चला है कि ऑक्सीटोसिन हार्मोन ऑटिस्टिक बच्चों में देखने, सुनने और दूसरे लोगों को समझने सम्बंधी मस्तिष्क की क्रियाओं को बढ़ावा देता है। यह अध्ययन येल स्कूल >>>

जिनके हैं संतान,उनका जीवन सुखी-अर्थवान

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वाशिंगटन। एक नए अध्ययन से पता चला है कि जिन लोगों के संतान होती हैं वे ज्यादा खुश रहते हैं बजाय उनके जिन्हें संतान सुख नसीब नहीं है। विज्ञान पत्रिका साइकोलॉजिकल साइंस की रपट के अनुसार अमेरिका और कनाडा में किए गए अध्ययनों >>>

खुशियां देते हैं बच्चे

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खुशियां देते हैं बच्चे वाशिंगटन। लोग खुश रहने के लिए न जाने क्या-क्या जतन करते है लेकिन एक नए अध्ययन से पता चला है कि बाल बच्चों वाले लोग बिना बच्चों वालों की तुलना में अधिक खुशी का अनुभव करते है और उनका जीवन भी ज्यादा अर्थपूर्ण होता >>>

खुशहाल जीवन के लिए जरूरी है बाल-बच्चे

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19 मई 2012इंडो-एशियन न्यूज सर्विसवॉशिंगटन। लोग खुश रहने के लिए न जाने क्या-क्या जतन करते हैं लेकिन एक नए अध्ययन से पता चला है कि बाल बच्चों वाले लोग बिना बच्चों वालों की तुलना में अधिक खुशी का अनुभव करते हैं और उनका जीवन भी ज्यादा अर्थपूर्ण >>>

अधिक खुश रहते हैं बाल-बच्चों वाले लोग

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वाशिंगटन: लोग खुश रहने के लिए न जाने क्या-क्या जतन करते हैं लेकिन एक नए अध्ययन से पता चला है कि बाल बच्चों वाले लोग बिना बच्चों वालों की तुलना में अधिक खुशी का अनुभव करते हैं और उनका जीवन भी ज्यादा अर्थपूर्ण होता है।  शोधकर्ताओं ने अमेरिका >>>

अधिक खुश रहते हैं बाल-बच्चों वाले लोग

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लोग खुश रहने के लिए न जाने क्या-क्या जतन करते हैं लेकिन एक नए अध्ययन से पता चला है कि बाल बच्चों वाले लोग बिना बच्चों वालों की तुलना में अधिक खुशी का अनुभव करते हैं और उनका जीवन भी ज्यादा अर्थपूर्ण होता है. शोधकर्ताओं ने अमेरिका और कनाडा >>>

अधिक खुश रहते हैं बाल-बच्चों वाले लोग

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18 मई 2012  वाशिंगटन। लोग खà¥�श रहने के लिà¤� न जाने कà¥�या-कà¥�या जतन करते हैं लेकिन à¤�क नà¤� अधà¥�ययन से पता चला है कि बाल बचà¥�चों वाले >>>

अधिक खुश रहते हैं बाल-बच्चों वाले लोग

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वाशिंगटन| लोग खुश रहने के लिए न जाने क्या-क्या जतन करते हैं लेकिन एक नए अध्ययन से पता चला है कि बाल बच्चों वाले लोग बिना बच्चों वालों की तुलना में अधिक खुशी का अनुभव करते हैं और उनका जीवन भी ज्यादा अर्थपूर्ण होता है। शोधकर्ताओं >>>

अफसरों की कुंठाओं को शब्दों में पिरोया

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कुरुक्षेत्र, जागरण संवाद केंद्र : श्रृंगार, प्यार, प्रकृति, देशभक्ति और सामाजिक भावनाओं से ओतप्रोत कविताएं तो आज तक महान कवियों ने लिखी होंगी, लेकिन अंबाला के एक कवि ने मेडिकल साइस से लेकर मनोविज्ञान और अफसरों की कुंठाओं को शब्दों >>>

एनसीईआरटी को गलती सुधारने का अल्टीमेटम

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दुमका, निज प्रतिनिधि : सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.स्वतंत्र कुमार सिंह एवं लॉ कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ.अजय कुमार सिन्हा ने मंगलवार को राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान व >>>