अफसरों की कुंठाओं को शब्दों में पिरोया

कुरुक्षेत्र, जागरण संवाद केंद्र : श्रृंगार, प्यार, प्रकृति, देशभक्ति और सामाजिक भावनाओं से ओतप्रोत कविताएं तो आज तक महान कवियों ने लिखी होंगी, लेकिन अंबाला के एक कवि ने मेडिकल साइस से लेकर मनोविज्ञान और अफसरों की कुंठाओं को शब्दों में पिरोने का अनोखा प्रयास किया है। हरियाणा के अंग्रेजी कवि डॉ. दलीप खेतरपाल ने इसान के असली स्वभाव को कुरेद-कुरेद कर समझाने के लिए और ये बताने के लिए किस तरह अधिकाश बड़े पद वाले कौन सी मानसिक बीमारियों का शिकार होते है, उन्होंने इस विधा का सहारा लिया। अंग्रेजी कविता में संसार में बिल्कुल नए प्रयोग को समटने वाली डॉ. दलीप खेतरपाल की पुस्तक फेदमिंग इनफिनिटी का विमोचन बुधवार को कुवि के फेकल्टी लाज में कुलपति डॉ. डीडीएस संधू व शिक्षाविद ओपी परमार ने किया।

अंबाला के सेक्टर नौ निवासी डॉ. खेतरपाल पिछले 25 वर्षो से अंग्रेजी में कविताएं लिख रहे है। हरियाणा तकनीकी शिक्षा विभाग से संयुक्त निदेशक पद से सेवानिवृत डॉ. खेतरपाल जो वर्तमान में जाट ग्रुप आफ कालेज कैथल के डायरेक्टर प्रिंसिपल भी है। उनका कहना है कि संसार में जो भी संदेश ज्यादा असर डाल पाए है, वो कविता की विधा में ही थे। इसलिए उन्होंने कविता में उस विज्ञान को शामिल किया, जिससे मनुष्य जाति एक सोई नींद से जग सके। उन्होंने अपनी कविताओं के माध्यम से लोगों को ये बताने की कोशिश की कि जो राजनीतिज्ञ और ब्यूरोक्रेट्स देश समाज की बागडोर संभालते है, उनमें अधिकाश गहरे अहकार के कारण बड़ी मानसिक बीमारियों से घिरे होते है। बल्कि राजनीतिज्ञ और ब्यूरोक्रेटस को होने वाली खास तरह की बीमारियों की अलग सूची अपनी कविताओं में समाहित की। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अंग्रेजी साहित्य में पहचान बनाने वाले डॉ. खेतरपाल पूरी मनुष्य जाति के हित में संदेश दिया कि बाहर दुनिया में हो रहे विस्फोट इतने खतरनाक नहीं जितने खतरनाक मनुष्य के भीतर के विस्फोट है। मुख्यअतिथि सेवानिवृत्त मेजर ओपी परमार ने कहा कि यह कविता मनुष्य की भावनाओं को समझने में जहा एक ओर नया दृष्टिकोण देगी, धर्म समाज व अन्य बातों पर जो डॉ. खेतरपाल ने लिखा है निश्चित ही उससे पूरी मनुष्य जाति का भला होगा, बशर्ते की उनके संदेश को अपनाया जाए। डॉ. संधू ने खेतरपाल के प्रयोग की सराहना करते हुए गर्व जताया कि वो हरियाणा के है। उन्होंने कहा कि यह भी गौरवान्वित करने वाला विषय है कि उनके पुस्तक का विमोचन कुवि में हुआ। इस मौके पर प्रो. केके खुराना, जाट शिक्षा समिति कैथल के प्रधान बलवान कोटरा, केयू मनोविज्ञान विभाग अध्यक्ष डॉ. उमेद सिंह, हिदी विभाग के डॉ. सुभाष सहित दिल्ली आदि उपस्थित रहे।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर

 

Leave a Reply