क्रिकेट के भगवान मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की बल्लेबाजी के मास्टर स्ट्रोक्स ने दुनिया को दीवाना बना रखा है. लेकिन मनोविज्ञानियों का मानना है
कि उनकी अपार सफलता-महानता के राज बेमिसाल बल्लेबाजी कौशल और रन बनाने की उनकी क्षमता में ही नहीं बल्कि भावनाओं पर काबू रखने की
उनकी क्षमता और उनकी मनोवैज्ञानिक ताकत में भी निहित है. मनोवैज्ञानिक और दिल्ली साइकिएट्रिक सेंटर-कास्मोस इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड
बिहेवियरल साइंसेस के निदेशक डॉ सुनील मित्तल ने कहा कि मनोवैज्ञानिकों का एक समूह सचिन के गजब के मानसिक संतुलन का अध्ययन करेगा.