शारीरिक, मानसिक व सामाजिक स्वास्थ्य जरूरी : डॉ. सागर

- तीसरी इडियन साइकोलॉजिकल साइंस काग्रेस शुरू

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : तीसरी इडियन साइकोलॉजिकल साइंस काग्रेस सोमवार को पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज, सेक्टर 46 में शुरू हुई। नेशनल एसोसिएशन ऑफ साइकोलॉजिकल साइंस-इडिया एवं पीजीजीसी-46 के मनोविज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो-दिवसीय महासम्मेलन का उद्घाटन हरियाणा सरकार के प्रधान सचिव धनपत सिंह, आइएएस ने किया, जबकि विशेष अतिथि पंचकूला के उपायुक्त डॉ. एसएस फुलिया रहे। उद्घाटन समारोह के मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रोफेसर एमेरिटस डॉ. सागर शर्मा ने कहा की किसी बीमारी या कमजोरी का न होना ही स्वास्थ्य का प्रतीक नहीं है। स्वास्थ्य तो एक ऐसी संपूर्ण स्थिति का नाम है, जिसमें शारीरिक, सामाजिक और मानसिक तीनों दशाएं होनी चाहिए।

गावों के मुकाबले शहरों में लोगों का मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य कमजोर हालत में है। धनपत सिंह ने पंजाब-हरियाणा के लोगों में हसी-खुशी के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त की और कहा कि वेस्टइडीज, पूर्वोत्तर राज्यों और गोवा के लोगों का हैप्पीनेस लेवल बेहतर है। सम्मेलन में विविध सत्रों में मनोवैज्ञानिक विषयों पर पर्चे पढ़े गए। इस मौके पर पोस्टर प्रदर्शनी भी लगाई गई। आयोजन सचिव डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि यह प्रथम अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन भी है। विशेषज्ञों ने देश में मानसिक सेवाएं के स्तर में सुधार की आवश्यकता बताई। इस कार्य में प्रोफेशनल्स के साथ सरकार, नीति निर्माताओं और आम नागरिकों को भी अपने स्तर पर योगदान की जरूरत है।

कमेंट करें

Web Title:

(Hindi news from Dainik Jagran, newsstate Desk)

Leave a Reply