जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एडीएन वाजपेयी ने कहा है कि मनोविज्ञान एक संपूर्ण विषय है और इस विषय से कोई भी व्यक्ति अछूता नहीं रह सकता। यह बात उन्होंने विवि के मनोविज्ञान विभाग में अपने विशेष व्याख्यान में कही। 'मूल प्रवृतियों का उदारीकरण' विषय पर उन्होंने कहा कि मनोविज्ञान बहुत महत्वपूर्ण विषय है। उन्होंने कहा कि हमें जितनी आवश्यकता भूख मिटाने के लिए अन्न खाने की है, उससे कहीं अधिक आराम से सोने की है। यह क्रियाएं निरंतर जारी रहती है और मानसिक संतुलन को बनाए रखती है। उन्होंने कहा कि मनोविज्ञान में मूल प्रवृतियों का उदारीकरण करने में हमारी संस्कृति और संस्कार महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि यही उदारीकरण मनुष्य को उसके मूल लक्ष्य धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर