दर्शकों का मनोविज्ञान भी जानना जरूरी : जादूगर मंगल

जागरण संवाददाता, कोटकपूरा

जादू एक उच्चकोटी की कला है, जिसमें साधक को लगातार अभ्यास के अलावा दर्शकों के मनोविज्ञान को भी पहचानना होता है। यह बात जादूगर मंगल तारा ने शुक्रवार को संगम पैलेस में पत्रकारों से बातचीत में कही। इस मौके पर उनके भाई व पिता एमके मुंजाल भी मौजूद थे।

उन्होंने बताया कि जादू का शो 30 सितंबर को संगम पैलेस में शुरू होगा। मंगल तारा ने बताया कि जादू की कला उन्होंने गुजरात निवासी महान जादूगर मंगल तारा से सीखी थी, इसलिए अपना नाम भी वही रख लिया। उन्होंने कहा कि शो के दौरान दर्शकों को भ्रूण हत्या व नशों के खिलाफ संदेश भी देते हैं। जादूगर मंगल तारा ने बताया कि वह मूल रूप से पंजाबी है और राजस्थान के श्रीगंगानगर निवासी हैं। उन्होंने देश विदेश में भी जादू के कई शो किए है।

प्रवक्ता ने बताया कि 29 सितंबर को जादूगर मंगल तारा आंखों पर पटटी बांधकर पूरे शहर का चक्कर लगाएंगे। इसके बाद 30 सितंबर को शो का उदघाटन एसडीएम दर्शन सिंह ग्रेवाल करेंगे जबकि शो में एसपी(डी) दिलबाग सिंह पन्नू, डीएसपी अवतार सिंह विशेष तौर पर मौजूद होंगे।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर

 

Leave a Reply