जागरण संवाददाता, रोहतक :
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग में आयोजित विशेष व्याख्यान कार्यक्रम में मंगलवार को प्रतिष्ठित मनोवैज्ञानिक डॉ. वेद गिरी गणेशन ने व्यक्तित्व विकास पर आधारित व्याख्यान दिया। डॉ. गणेशन ने कहा कि व्यक्तित्व विकास के लिए नकारात्मक व्यवहार का परित्याग कर, सकारात्मक व्यवहार अपनाना होगा।
डॉ. वेद गिरी गणेशन ने कहा कि मनोवैज्ञानिक परामर्श एवं मार्गदर्शन के जरिए व्यवहार में सार्थक बदलाव लाया जा सकता है। इस संबंध में मनोवैज्ञानिक की भूमिका है। डॉ. वेद गिरी ने कहा कि क्रियात्मक व्यवहार बेहद जरूरी है। उन्होंने समय, संसाधनों एवं भावनाओं के प्रबंधन पर जोर दिया। डॉ. वेद गिरी ने व्याख्यान उपरात विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों को व्यक्तित्व विकास के दृष्टिकोण से प्रायोगिक क्रियाएं करवाई। व्याख्यान कार्यक्रम के प्रारभ में मनोविज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. नवरत्न शर्मा ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने अतिथि वक्ता का परिचय दिया। व्याख्यान कार्यक्रम के अंत में विभागाध्यक्ष प्रो. प्रोमिला बतरा ने आभार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में विभाग के प्राध्यापक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि प्रो. वेद गिरी गणेशन बतौर विजिटिंग प्रोफेसर मदवि मनोविज्ञान विभाग में आए है। वे इस सप्ताह विभाग द्वारा आयोजित की जाने वाली शैक्षणिक एवं शोध गतिविधियों में शरीक होंगे।
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