काउन्सलर कॉर्नर
अपरिहार्य कारणों से मुझे प्राइवेट बीए करना पड रहा है। मैं यह जानना चाहता हूं कि क्या इसके कारण मुझे आगे किसी परेशानी का तो सामना नहीं करना पडेगा?
ऐश्वर्यजीत श्रीवास्तव
आप परेशान न हों, क्योंाकि प्राइवेट बीए का भी उतना ही महत्व होता है, जितना रेगुलर का। बस अपनी नॉलेज बढाएं और समय के साथ खुद को अपडेट रखें।
मैं मनोविज्ञान विषय से एमए कर रही हूं। अच्छे भविष्य के लिए मुझे आगे क्या करना चाहिए?
दीप्ति परमार
मनोविज्ञान से पढाई करने वालों के लिए इन दिनों काफी संभावनाएं हैं। आप चाहे, तो पीएचडी करके बीहैवियर साइकोलॉजी के क्षेत्र में काउंसिल का काम चुन सकती हैं। भागदौड और तनाव भरी जिंदगी में आज लोग तनाव, अनिद्रा, डिप्रेशन आदि के शिकार कहीं ज्यादा हो रहे हैं। इससे पीडित लोग अब समझने लगे हैं कि काउंसिलिंग और इलाज से वे सामान्य जीवन जी सकते हैं। यही कारण है कि रीहैबिलिटेशन सेंटर्स और हॉस्पिटल्स में काउंसलर्स की मांग लगातार बढती जा रही है। आप चाहें तो खुद को इस क्षेत्र में आगे बढा सकती हैं। कार्यप्रणाली समझने के लिए आप किसी सीनियर साइकोलॉजिस्टक की सहयोगी बन सकती हैं और बाद में स्वतंत्र रूप से काउंसिलिंग का काम कर सकती हैं।
मैंने 44 प्रतिशत अंकों से बीकॉम किया है। अब कौन सा कोर्स करूं? मुझे प्राइवेट जॉब पसंद है।
नीरज सिंह कुशवाहा
अगर प्राइवेट सेक्टशर में जॉब करना चाहते हैं, तो बेहतर होगा कि पहले आप किसी अच्छे से संस्थान कम्प्यूटर एकाउंटिंग की ट्रेनिंग हासिल कर लें। चूंकि आज हर कंपनी/संस्थान में एकाउंटिंग का सारा काम सॉफ्टवेयर्स की मदद से किया जाता है, इसलिए इसमें पारंगत होना जरूरी है। इसके बाद नौकरी के लिए प्रयास कर सकते हैं।
अरुण श्रीवास्तव