कम खायें गुझिया, संतुलित खेलें रंग

कानपुर, शिक्षा संवाददाता: होली के रंगबिरंगे त्योहार के बीच परीक्षाएं। भोजन, नींद व मनोविज्ञान संतुलित न रखा तो स्वास्थ्य पर हमला होना तय है और स्वास्थ्य खराब होने का मतलब परीक्षा में वांछित प्रदर्शन न कर पाना। अत: परीक्षार्थी होली में खोये की वस्तुएं कम खायें और नियमित नींद लें।

परीक्षार्थियों को यह सलाह गणेश शंकर विद्यार्थी स्मारक मेडिकल कालेज के मेडिसिन विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. आरएन द्विवेदी ने दी है।

बाजार की वस्तुएं न खायें

जो खाना पहले से खा रहे हैं उसी तरह का भोजन लें। होली में बाजार की वस्तुओं को खाने से बचें। मिलावटी खोया होने के अंदेशे के चलते मिठाई, गुझिया आदि का सेवन न करें। पानी खूब पियें। हरी सब्जियां, फल, ताजे सूप का सेवन करना उपयुक्त होगा। चाय काफी का सेवन कम से कम करें। नशीले पदार्थो का सेवन कतई न करें।

गीले रंगों से बचें

होली में रंगों से सराबोर होना खतरनाक हो सकता है। बदलते मौसम में बार बार पानी में भीगने से सर्दी, जुकाम, बुखार व सांस की दिक्कतें हो सकती हैं। इसलिए प्रयास करें कि सूखे रंगों से होली को रंगीन बनाएं। कीचड़, कालिख व पेंट से दूर रहें।

कम से 6 घंटे की नींद लें

परीक्षा के समय प्राय: छात्र देर रात तक तैयारी करते हैं। यह सेहत के लिए खतरनाक है। कम से कम 6 घंटे की नींद लेना अनिवार्य है। नींद दूर करने के लिए चाय का प्रयोग स्वास्थ्य खराब कर सकता है। ग्लूकोज ले सकते हैं।

ये हो सकती हैं बीमारियां

देर रात तक जागने से खाना ठीक से हजम नहीं हो पाता जिससे पेट खराब हो जाता है। सिर दर्द होने लगता है। स्मरण शक्ति कमजोर हो सकती है। एलर्जी भी हो सकती है। इसका असर परीक्षा पर पड़ता है। सामान्य रहें और आत्मविश्वास बनाए रखें।

ये परीक्षाएं

सीबीएसई व आईसीएसई की परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। यूपी बोर्ड की परीक्षा 16 मार्च से व विश्वविद्यालय परीक्षाएं 17 मार्च से शुरू होनी हैं। लाखों परीक्षार्थी परीक्षा घमासान में उतर रहे हैं।

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