भोपाल। सामाजिक विकास के लिए मनोविज्ञान विषय पर इस साल दिसंबर में नेशनल लेवल कन्वेंशन होने जा रहा है। इसे लेकर सिटी में तैयारियां शुरू हो गई हैं। नेशनल एकैडमी ऑफ साइकोलॉजी के 24वें एनुअल कन्वेंशन का आयोजन आईआईएफएम और एनआईटीटीटीआर द्वारा आईआईएफएम में 12 से 14 दिसम्बर के बीच होगा। इसकी थीम 'साइकोलॉजी फॉर सोसाइटल डेवलपमेंट : एजुकेशन, एनवॉयरनमेंट और इंटरप्रिन्योरशिप' रखी गई है।
कम्यूनिटी डेवलपमेंट पर होगी चर्चा
कार्यक्रम की कन्विनर प्रो. रेखा सिंघल हैं, ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी प्रो. पारुल ऋषि और प्रो. बालकृष्ण उपाध्याय हैं। इसमें देशभर के रिसर्च स्कॉलर्स और साइंटिस्ट्स अपने-अपने रिसर्च पेपर पढ़ेंगे और मनोविज्ञान से जुड़े विभिन्न आयामों पर चर्चा करेंगे। कन्वेंशन में क्लीनिकल एंड हेल्थ साइकोलॉजी, कॉग्नेटिव साइकोलॉजी, कम्यूनिटी डेवलपमेंट, कल्चरल एंड क्रॉस कल्चरल साइकोलॉजी, एजुकेशन एंड टेक्नोलॉजी, डेवलपमेंटल साइकोलॉजी, इंटरप्रिन्योरशिप डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट, एनवॉयरनमेंट एंड बिहेवियर, इंडीजिनस साइकोलॉजी, वर्क एंड पर्सनल साइकोलॉजी व पॉजिटिव साइकोलॉजी आदि विषयों पर रिसर्च पेपर पढ़े जाएंगे।
10 सितम्बर तक जमा होंगे रिसर्च एब्सट्रैक्ट
साइकोलॉजी से जुड़े रेगुलर टॉपिक्स के अलावा विभिन्न विषयों पर भी इस मौके पर सिम्पोजियम का आयोजन होगा। इसके अंतर्गत मिलेट्री साइकोलॉजी, सोशल साइकोलॉजी, एनवॉयरनमेंटल साइकोलॉजी, इंडियन एंड इंडीजिनस साइकोलॉजी, साइकोलॉजिकल एसेसमेंट, एजुकेशनल टेक्नोलॉजी और इंटरप्रिन्योरशिप एंड सोसायटी विषयों पर चर्चा होगी। वे रिसर्च स्कॉलर्स और प्रेक्टिशनर्स जो इस नेशनल कन्वेंशन में अपना रिसर्च पेपर पढ़ना चाहते हैं, वे 10 सितम्बर तक अपने रिसर्च पेपर का एब्सट्रैक्ट भेज सकते हैं। रिसर्च पेपर का एब्सट्रैक्ट 300 शब्दों का होना चाहिए। एब्सट्रैक्ट में रिसर्च का उद्देश्य, प्रक्रिया, परिणाम और रिसर्च की महत्ता के बारे में जानकारी देना जरूरी है।