रोहतक, जागरण संवाद केंद्र :
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग में बुधवार को समुदाय एवं संगठन में काउसिलिंग कौशल विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के शैक्षणिक मामले के अधिष्ठाता प्रो. रविंद्र विनायक इस कार्यशाला का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया। प्रो. विनायक ने बताया कि सामाजिक परिप्रेक्ष्य में काउसलिंग का अधिक महत्व है।
बुधवार को कार्यशाला में प्रतिष्ठित मनोवैज्ञानिक तथा पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के सेवा निवृत प्रोफेसर डॉ. विधु मोहन ने समाज में परामर्शदाताओं की भूमिका को रेखाकित किया। अच्छा काउसलर बनने के लिए विशेष कौशल की जरूरत है जिसके लिए विद्यार्थियों को अपने कौशल अभिवृद्धि करनी होगी। प्रो. विधु मोहन ने अच्छी काउसिलिंग के गुर विद्यार्थियों को बताए। इससे पहले विभागाध्यक्ष प्रो. प्रोमिला बतरा ने स्वागत भाषण दिया। प्रो. बतरा ने बताया कि विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया है। कार्यशाला में मंच संचालन प्राध्यापिका डा. सर्वदीप कोहली ने किया।
कार्यक्रम में प्रो. सुनीता मल्होत्रा, प्रो. अमृता यादव, प्रो. राधेश्याम समेत अन्य फैकल्टी सदस्य, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे। इस बीच, मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्षा प्रो. प्रोमिला बतरा ने बताया कि 28 मार्च को तथा 31 मार्च को भी मनोविज्ञान विभाग में कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
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