जागरण संवाददाता, फरीदाबाद :
सामाजिक संस्था नई दिशाएं हेल्पलाइन ने सेक्टर-21सी स्थित सामुदायिक केंद्र के सभागार में अध्यापकों के लिए संगोष्ठी का आयोजन किया। 'बाल मनोविज्ञान आधारित आचरण' विषय पर आयोजित कार्यक्रम में अध्यापकों का मार्गदर्शन किया गया। इस अवसर पर संस्था की अध्यक्ष डा.अंजु दुआ जैमिनी की काव्य कृति 'ठंडी सास छोड़ते किनारे' का लोकार्पण भी किया गया।
समारोह में विभिन्न विद्यालयों से आए लगभग 60 अध्यापकों ने संगोष्ठी में भाग लिया। संस्था के उपाध्यक्ष एडी भट्ट ने प्रश्नावली के माध्यम से अध्यापकों को बच्चों के मनोविज्ञान से परिचित कराया। उन्होंने कहा कि अध्यापक को विद्यार्थियों के मनोविज्ञान को समझते हुए अपने आचरण में परिवर्तन करना चाहिए तथा उन्हें किताबी शिक्षा के साथ-साथ ज्ञान, संस्कार, चरित्र-मानक मूल्यों से भी परिचित कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी अपनी समस्याएं लेकर संस्था के पास कभी भी आ सकते हैं और संस्था उनके समाधान के लिए सदैव तत्पर है।
सोनम सलूजा ने बच्चों के गुणों को पहचान कर उन्हें उसी क्षेत्र में आगे बढ़ाने का आग्रह किया। अनिल मारोठिया ने अध्यापकों को विद्यार्थियों के अभिभावकों की तरह व्यवहार करने को लेकर अपना वक्तव्य दिया तो दूसरी ओर ज्योति कोहली ने अध्यापकों द्वारा बच्चों को व्यावहारिक ज्ञान देने पर बल दिया। उर्दू दोस्त के अध्यक्ष अमर साहनी, कमल कपूर, पम्मी शर्मा, मेजर विजय, पीसी फुलोरिया कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद थे। कार्यक्रम में अध्यापकों को शिक्षा के क्षेत्र में उनकी निष्ठा के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मंच संचालन सुरेखा जैन ने किया।
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