मधेपुरा, विश्वविद्यालय संवाददाता :
आज के भाग-दौड़ की जिंदगी में मात्र आयुर्वेद एवं एक्यूप्रेशर पद्धति से ही मानवता का जनकल्याण संभव है। एलोपैथिक दवाइयां जितना फायदा पहुंचाती है उससे कई गुना नुकसान भी पहुंचाती हैं। यह बातें बातें गुरूकृपा आयुर्वेद एक्यूप्रेशर केन्द्र, मुजफरपुर के डा. बबन कुमार सिंह ने कही। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कुलसचिव डा. गणेश प्रसाद ने कहा कि मनुष्य के दैनिक जीवन में जो तनाव व परेशानी आती है उससे यह वर्कशाप निजात दिलाएगी। विभागाध्यक्ष डा. उर्मिला मिश्र की अध्यक्षता एवं डा. एमआई. रहमान के संचालन में चले कार्यक्रम में विवि के अधिकांश शिक्षक एवं पदाधिकारी उपस्थित थे। लेकिन छात्रों की संख्या नगण्य दिखी। कार्यशाला में प्रशिक्षक डा. बबन सिंह द्वारा एक्यूप्रेशर के माध्यम से दर्जनों शिक्षाविदों का तत्क्षण इलाज किया। कार्यशाला के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डा. कैलाश प्रसाद यादव ने किया। कार्यशाला में मुख्य रूप से विभाग के वरीय शिक्षक डा. पी.के. झा, सीनेटर डा. नरेश कुमार, डा. परमानंद यादव, विभागाध्यक्ष डा. दयाराम यादव, डा. बी.एन. प्रसाद, डा. सईदा रानी, डा. डी.बी. भगत, डा. शिवबालक प्रसाद, डा. ललितेश मिश्रा, वित्त पदाधिकारी राजकिशोर प्रसाद सिन्हा, प्रधानाचार्य डा. के.एस. ओझा, प्रो. एहसान शाम, प्रो. रेयाज बानो, डा. बलराम सिंह, डा. ए. फजल सहित दर्जनों शिक्षक एवं कर्मचारियों ने कार्यशाला में भाग लिया।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर