'प्रदूषण से प्रभावित हो रही बौद्धिक क्षमता'
जमशेदपुर, जागरण कार्यालय :
'तेजी से बढ़ते प्रदूषण के स्तर के कारण बच्चों की बौद्धिक क्षमता प्रभावित हो रही है। प्रतियोगिता के कारण मनुष्य में तनाव, महत्वाकांक्षा और अवसाद की स्थिति देखने को मिल रही है। इसलिए जरूरत इस बात ही है कि मनोविज्ञान के सहारे शोध प्रक्रिया के माध्यम से मानव जीवन की इन जटिल होती समस्याओं के निदान खोजे जाएं।' ये विचार करीम सिटी कॉलेज में मनोविज्ञान विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार के दौरान अपना संबोधन देते हुए मुख्य अतिथि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के पूर्व चेयरमैन डॉ. प्रो. मोहम्मद एस खान ने व्यक्त किए। सेमिनार के दौरान कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मोहम्मद जकारिया ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। वहीं कोल्हान विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. केसी डे ने कहा कि मनोविज्ञान वर्तमान समय की आवश्यकता बन गई है। इसकी जरूरत समाज के प्रत्येक क्षेत्र में है। सेमिनार का संचालन याहिया इब्राहिम ने किया और इसके संयोजक की भूमिका जकी अख्तर ने निभाई। इस दौरान प्रो. फिरोज इब्राहिमी, अनवर आलम, मोहम्मद रियाज, जी. वियज लक्ष्मी, डा. बीएन त्रिपाठी समेत छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
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