-प्रात:काल संवाददाता-
आबूरोड। सीजेएम कोर्ट सिरोही ने दुर्व्यवहार की शिकार बालिका की मनोविज्ञान जांच व काउन्सलिंग करवाने के आदेश दिए हैं। शहर थानाधिकारी घेवरसिंह राजपुरोहित के अनुसार पीडित बालिका के 164 सीआरपीसी में बयान करवाने के लिए न्यायालय में आवेदन प्रस्तुत किया गया। इस पर न्यायालय ने बालिका का मनोविज्ञान जांच व काउन्सलिंग करवाने व इसका प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद ही बयान करवाने के आदेश दिए हैं। थानाघिकारी के अनुसार पीडिता के पूर्ण स्वस्थ्य होने के बाद पिण्डवाड़ा मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान करवाए जाएंगे।
जिला कलक्टर मदनसिंह काला बुधवार शाम सात बजे राजकीय सारणेश्वर चिकित्सालय पहुंचे। दुर्व्यवहार की शिकार बालिका की कुशलक्षेम पूछी। बालिका से घटनाक्रम से संबंधित जानकारी भी ली। पीडित बालिका ने इस प्रकरण से जुड़े कुछ और नाम उन्हे बताए। माता-पिता को साठ हजार रूपए का चेक प्रदान किया। महिला वार्ड की व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया। उपखण्ड अधिकारी जितेन्द्र कुमार सोनी व नायब तहसीलदार किशोरीलाल शर्मा भी मौजूद थे।
रेवदर विधायक जगसीराम कोली कार्यकर्ताओं के साथ बुधवार दोपहर राजकीय चिकित्सालय पहुंचे व दुर्व्यवहार का शिकार हुई नाबालिग बालिका से मिले। इस दौरान उसके स्वास्थ्य व इस प्रकरण में अब तक की गई पुलिस कार्रवाई की जानकारी ली। कोली ने परिजनों को ढाढ़स बंधाते हुए हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया। चिकित्सालय प्रभारी डा. एमएल हिण्डोनिया ने बताया कि बालिका गायनोलोजीकली स्वस्थ है। सहमी हुई सी है। मनोरोग चिकित्सक के परामर्श की आवश्यकता है। इसके बाद वे शहर थाना पहुंचे। कार्यवाहक थानाघिकारी घेवरसिंह राजपुरोहित ने बताया कि हर पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है। कुछ ही देर में पुलिस उप अधीक्षक कैलाशसिंह सांदू भी वहां आ गए। उन्होंने बताया कि बालिका के साथ संभावित घटनास्थल का मुआयना किया गया है। बयान के आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
विश्व हिन्दू परिषद् ने नाबालिग बालिका के साथ दुर्व्यवहार के मामले में उपखण्ड अधिकारी से न्यायिक जांच करवाने व दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। मांग करने वालों मेे परिषद् के नगर अध्यक्ष वीएस गर्ग, कार्यकारी अध्यक्ष विनय अग्रवाल, हेमन्त मरमट, लक्ष्मणलाल, गिरिराजसिंह, महिपालसिंह, शंकलाल सोनी व विजय गोठवाल शामिल थे।