उपाध्याय परीक्षा में संगीत, उद्योग और मनोविज्ञान विषय!

अजमेर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षा में भविष्य में प्रविष्ट होने वाले विद्यार्थी अब संगीत, उद्योग और मनोविज्ञान विषय भी ले सकेंगे। संस्कृत शिक्षा निदेशालय के इस प्रस्ताव को बोर्ड की पाठ्यचर्या समिति ने हरी झंडी दे दी है, लेकिन इस प्रस्ताव को अंतिम रूप से स्वीकार बोर्ड प्रबंध मंडल की बैठक में ही लिया जाएगा। बैठक की अध्यक्षता बोर्ड अध्यक्ष डॉ पीएस वर्मा ने की।  बोर्ड को कुछ समय पूर्व संस्कृत निदेशालय के निदेशक डॉ मंडन मिश्र का पत्र प्राप्त हुआ था।

 

इस पत्र में डॉ मिश्र ने बोर्ड से आग्रह किया था कि बोर्ड की वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षा में आधुनिक विषयों में संगीत, उद्योग और मनोविज्ञान को सम्मिलित किया जाए। इससे प्रदेश के सैकड़ों परीक्षार्थियों को लाभ मिलेगा। प्रैक्टिकल का एक विषय और बढ़ जाएगा। प्रस्ताव को आज पाठ्यचर्या समिति के समक्ष रखा गया। समिति ने इस पर अपनी सहमति प्रदान कर दी है।

 

 

कोटा विश्वविद्यालय के कुलपति मधुसूदन शर्मा, बोर्ड सदस्य पुरुषोत्तम भारद्वाज, प्रतिभा पाराशर और कनिका शर्मा के साथ ही बोर्ड सचिव मिरजूराम शर्मा, निदेशक अकादमी नीरजा गुप्ता, वरिष्ठ सहायक निदेशक अनिल शर्मा समेत विभिन्न अधिकारी व सदस्य मौजूद थे।

 

बोर्ड को अब यह करना होगा : समिति की अनुशंसा बोर्ड प्रबंध मंडल की जल्द ही होने वाली बैठक में रखा जाएगा। यदि यह प्रस्ताव प्रबंध मंडल मान लेगी तो बोर्ड को विवरणिका में आधुनिक विषय में और परिवर्तन कराना होगा। विद्यार्थियों को सुविधा मिल सकेगी और प्रैक्टिकल के लिए स्कोप मिल जाएगा।
ओएमआर शीट से हो परीक्षा!

इस महत्वपूर्ण बैठक में बोर्ड की गोपनीय शाखा के एक प्रस्ताव पर भी विचार किया गया। बोर्ड में परीक्षार्थियों की संख्या लगातार बढऩे को देखते हुए गोपनीय शाखा ने भविष्य में परीक्षा में उत्तर पुस्तिका के स्थान पर ओएमआर शीट के माध्यम से परीक्षा लेने का एक विचार रखा।

 

लेकिन इस प्रस्ताव पर कोई निर्णय नहीं हो सका। केवल विचार की हद तक ही यह प्रस्ताव रहा। एनसीईआरटी की कक्षा 9 व 11 की कुछ पुस्तकें पूर्व में कार्टून विवाद के चलते उलझ गई थीं। एनसीईआरटी ने इन पुस्तकों को अब सुधार लिया है। बोर्ड ने भी अब इन पुस्तकों को अंगीकार कर लिया है और अब ये पुस्तकें कक्षा 9 व 11 में पढ़ाई जाएंगी।

 

संस्कृत निदेशालय के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई। सुझावों को माना गया है। इन सुझावों को बोर्ड प्रबंध मंडल की बैठक में ही रखा जाएगा।
मिरजूराम शर्मा, सचिव, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर

Leave a Reply