उजली कमीज के मनोविज्ञान से ग्रसित है बिहार का विपक्ष : विनोद
सुपौल जागरण प्रतिनिधि : पिछले सात साल में बिहार की नीतीश सरकार बेवाक होकर निकली है। जबकि अन्य पार्टियों के दामन दागदार है। विरोधी दल के मुख्यमंत्री व कई मंत्री जेल की हवा तक खा चुके हैं। किन्तु सत्ता दल के एक भी मंत्री पर अब तक कोई दाग नहीं लगा है। भाजपा के स्थापना दिवस में शरीक होने आए विधायक विनोद नारायण झा ने शुक्रवार की शाम उक्त बातें जिला राजग संयोजक के आवास पर संवाददाताओं से कही। विधायक ने कहा कि एसीडीसी बिल का मामला वित्तीय सामंजन का है न कि भ्रष्टाचार घोटाले का। उजली कमीज के मनोविज्ञान से ग्रसित है बिहार का विपक्ष और अनर्गल प्रलाप में लगा हुआ है। डीसी बिल के मामले पर कुछ लोगों ने उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर किया था जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया है। अब विपक्ष पुरानी ही बात को पुन: मुद्दा बनाकर हंगामा कर रहा है। परन्तु उनका नापाक इरादा सफल नहीं होगा। बोले कि वित्तीय सामंजन का यह मामला लोक लेखा समिति देख रही है। जिसके अध्यक्ष विपक्ष के ही लोग होते हैं। लेकिन अब्दुल बारी सिद्दिकी को अपने ही दल के लोक लेखा समिति के अध्यक्ष पर भरोसा नहीं और अनर्गल प्रलाप में लगे हुए हैं। बोले कि नीतीश सरकार ने 2009 में विशेष कानून बनाकर भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसनी शुरू कर दी है। इसके तहत कई भ्रष्टाचारी जेल की हवा खा रहे हैं और उनकी संपत्ति जब्त कर उनके मकानों में स्कूल खोले जा रहे हैं। जिस तरह कानून व्यवस्था में पूरी तरह लगाम लग गया है। ठीक उसी तरह भ्रष्टाचार के मामले में भी लगाम लग जाएगा। प्रेस वार्ता में राजग संयोजक नागेन्द्र नारायण ठाकुर, भाजपा जिलाध्यक्ष संतोष प्रधान, महामंत्री रंधीर ठाकुर, युवा मोर्चा अध्यक्ष नलिन जायसवाल, मनोज सिंह, सरोज झा आदि मौजूद थे।
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