21 मई 2012
इंडो एशियन न्यूज सर्विस
वॉशिंगटन।
एक अध्ययन से वैज्ञानिकों को पता चला है कि ऑक्सीटोसिन हार्मोन ऑटिस्टिक बच्चों में देखने, सुनने और दूसरे लोगों को समझने सम्बंधी मस्तिष्क की क्रियाओं को बढ़ावा देता है। यह अध्ययन येल स्कूल ऑफ मेडिसिन में पोस्टोक्टोरल फेल्लो इआनिट गोडरेन और बाल मनोरोग विज्ञान और मनोविज्ञान के सहायक प्रोफेसर केविन पेलफरे के नेतृत्व में हुआ। शोध अभी चल रहा है, और यह प्रारम्भिक परिणाम हैं।
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गोडरेन और उनकी टीम द्वारा किया गया यह इस तरह का पहला अध्ययन है, जिसमें ऑटिज्म से पीड़ित सात से 19 वर्ष तक की उम्र के बच्चों को शामिल किया गया। अध्ययन के दौरान वैज्ञानिकों ने सभी प्रतिभागियों को नाक के स्प्रे के जरिए ऑक्सीटोसिन की एक खुराक दी और इसके प्रभावों के निरीक्षण के लिए ‘फंगक्शनल मैगनेटिक रेजनेंस ब्रेन इमेजिंग’ का इस्तेमाल किया।
येल के बयान के अनुसार पूर्व में हुए शोधों से पता चला था कि ऑक्सीटोसिन स्त्राव और सहानुभूति महसूस करने में असमर्थता मनोविकृति और आत्मकामिका से जुड़े हुए हैं।
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गोडरेन ने बताया, "हमारे परिणाम ऑटिज्म में मूल सामाजिक कमी के लिए और अधिक प्रभावी उपचार तैयार करने की दिशा में पहला महत्वपूर्ण कदम है।"ऑटिज्म न्यूरो से सम्बंधित विकार है।
इन परिणामों को शनिवार को ऑटिजम शोध के लिए हुए अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रस्तुत किया गया।