हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विवि में मंगलवार से अनशन शुरू करने वाले छात्र सचिन को आखिर विवि प्रशासन ने डेढ़ घंटे बाद मना ही लिया। छात्र की मांग पर अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। छात्र का कहना है कि मांग मान ली गई लेकिन विभागाध्यक्ष लिखित आदेश तक कुछ न कहने की बात कह रहे हैं।
गुुरुकुल कांगड़ी विवि के मनोविज्ञान विभाग में एमए फाइनल के छात्र सचिन त्यागी ने मंगलवार सुबह नौ बजे से कुलपति कार्यालय के सामने अनशन शुरू कर दिया। छात्र का कहना था कि वैकल्पिक विषय के तौर पर उसने औद्योगिक मनोविज्ञान चुना है लेकिन विभागाध्यक्ष की ओर से उसे क्लीनिकल मनोविज्ञान पढ़ने के लिए बाध्य किया जा रहा है। छात्र इससे पहले विभागाध्यक्ष और कुलपति सहित सभी अधिकारियों के सामने अपनी मांग रख चुका था लेकिन उस पर किसी ने गौर नहीं किया। विवि प्रशासन अनशन पर बैठने की सूचना मिलने पर बैकफुट पर आ गया। साढ़े दस बजे विवि प्रशासन ने छात्र को संदेश भिजवाकर गेस्ट हाउस में वार्ता के लिए बुलाया। कुलसचिव प्रो. एके चोपड़ा, अनुशासन अधिकारी डा. आरकेएस डागर, सुरक्षाधिकारी डा. करतार सिंह और मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. एसके श्रीवास्तव ने छात्र से बातचीत की। जिसके बाद छात्र ने अनशन समाप्त कर दिया।
छात्र सचिन त्यागी ने बताया कि उसकी मांग मान ली गई है। उसे औद्योगिक मनोविज्ञान विषय पढ़ाया जाएगा। शीघ्र ही इसका टाइम टेबल तैयार करने की बात कही गई है। दूसरी ओर मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. एसके श्रीवास्तव का कहना है कि छात्र की मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया गया है। विषय पढ़ाए जाने को लेकर उनके पास अधिकारियों का कोई लिखित आदेश नहीं आया है। इसके बिना कुछ नहीं कहा जा सकता।